| श्रेणी: | धारावाहिक | 
|---|---|
| रिलीज़: | 1994 | 
| निदेशक: | आनंद सागर, प्रेम सागर, मोती सागर | 
| निर्माता: | सुभाष सागर | 
| संगीत: | - | 
| प्रिंट: | रंगीन | 
| भाषा: | हिन्दी | 
| जानकारी: | सारांश अरेबियन नाइट्स में 1001 कहानियां हैं जिनमें अलादीन और जादुई चिराग, अलीबाबा और चालीस चोर, सिंदबाद नाविक की सात यात्राएं आदि जैसी प्रसिद्ध कहानियां शामिल हैं। सुल्तान शहरयार अपनी पत्नी की बेवफाई के कारण जानवर बन गया था। वह हर दिन एक नई लड़की से शादी करता और सुबह सूरज की पहली किरण के साथ उसे मार डालता। महिलाओं के प्रति उसका बदला और नफरत सिर्फ एक रात के लिए एक महिला को दुल्हन बनाकर संतुष्ट हो जाती थी। वजीर की बेटी शहरजाद ने इस जानवर सुल्तान शहरयार को इंसान बनाने का फैसला किया। उसने सुल्तान के राज्य में महिलाओं की गरिमा को मुक्त करने और वापस लाने का फैसला किया। राजकुमारी शहरजाद ने सुल्तान शहरयार से शादी करने का फैसला किया भले ही वह सिर्फ एक दिन के लिए उनकी दुल्हन बन हर रात वह सुल्तान को पूर्वी ज्ञान, मानवीय महानता और त्याग से भरी एक कहानी सुनाती थी। लेकिन हर सुबह कहानी एक ऐसे बिंदु पर समाप्त होती थी जो सुल्तान की बचपन की जिज्ञासा को जगाती थी और वह आगे जानना चाहता था - जादुई चिराग या चालीस चोरों या पीतल की बोतल में कैद जिन्न का भाग्य और इसलिए हर रात सुल्तान शहरयार राजकुमारी शहरजादे की जान एक और रात के लिए बख्श देता था। यह 1001 रातों तक जारी रहा। 
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